लाखों के भाग जगे बाबा के इशारे से भजन लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन
लाखों के भाग जगे
बाबा के इशारे से
खाली न गया कोई
मेरे श्याम के द्वारे से
लाखों के भाग जगे।।
तर्ज भगवान मेरी नैया उस।
तहरीर बदल देता
तस्वीर बदल देता
पल में बदकिस्मत की
तक़दीर बदल देता
दौड़ा चला आता है
एक बार पुकारे से
खाली न गया कोई
मेरे श्याम के द्वारे से
लाखों के भाग जगे।।
जिसके मन मंदिर में
तेरी ज्योत निराली है
हर दिन है वहां होली
हर रात दिवाली है
जो माँगना है मांगो
हारे के सहारे से
खाली न गया कोई
मेरे श्याम के द्वारे से
लाखों के भाग जगे।।
बिक जाता मोल बिना
ये भाव तराने में
लहराए बसंत छटा
पतझड़ वीराने में
बन जाते रंक राजा
एक बार निहारे से
खाली न गया कोई
मेरे श्याम के द्वारे से
लाखों के भाग जगे।।
करुणा का सागर है
कहती दुनिया सारी
पल में भंडार भरे
कलयुग का अवतारी
ब्रजवासी किशन जीवन
मेरा श्याम सहारे से
खाली न गया कोई
मेरे श्याम के द्वारे से
लाखों के भाग जगे।।
लाखों के भाग जगे
बाबा के इशारे से
खाली न गया कोई
मेरे श्याम के द्वारे से
लाखों के भाग जगे।।
lakho ke bhag jage baba ke ishare se lyrics