कृपा की दृष्टि मुझपे भी अगर इक बार हो जाए भजन लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन










कृपा की दृष्टि मुझपे भी
अगर इक बार हो जाए
तो इस संसार से प्रभुवर
मेरा उद्धार हो जाए
कृपा की दृष्टि मुझपें भी
अगर इक बार हो जाए।।
तर्ज अगर दिलबर की रुसवाई।
भजन अगर किस्मत से ऐ मेरे।


फसी मजधार में नैया किनारा
दूर हो लेकिन
खिवैया आप हो जाए
तो बेड़ा पार हो जाए
तो इस संसार से प्रभुवर
मेरा उद्धार हो जाए
कृपा की दृष्टि मुझपें भी
अगर इक बार हो जाए।।


हुए जितने भी पापी आजतक
मैं सबसे बढ़के हूँ
मेरा भी फैसला भी सरकार
कुछ इक बार हो जाए
तो इस संसार से प्रभुवर
मेरा उद्धार हो जाए


कृपा की दृष्टि मुझपें भी
अगर इक बार हो जाए।।









कृपा की दृष्टि मुझपे भी
अगर इक बार हो जाए
तो इस संसार से प्रभुवर
मेरा उद्धार हो जाए
कृपा की दृष्टि मुझपें भी
अगर इक बार हो जाए।।
स्वर धीरज कान्त जी।










kripa ki drishti mujhpe bhi agar ek bar ho jaye lyrics