कोई सुबह ना हो ऐसी कोई ऐसी शाम ना हो भजन लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन
कोई सुबह ना हो ऐसी
कोई ऐसी शाम ना हो
होंठों पे श्याम मेरे
जब तेरा नाम ना हो
कोईं सुबह ना हो ऐसी
कोई ऐसी शाम ना हो।।
उस रास्ते से मेरा
क्या वास्ता कन्हैया
जिस रास्ते पे ना हो
तेरी कृपा की छैया
क्यों जाऊं उस गली में
जहाँ तेरा धाम ना हो
कोईं सुबह ना हो ऐसी
कोई ऐसी शाम ना हो।।
मैं तेरी शरण में हूँ तो
कीमत है लाख मेरी
तू हाथ छोड़ दे तो
मैं राख की हूँ ढेरी
तुझसे बिछड़ के मेरा
दो कोड़ी दाम ना हो
कोईं सुबह ना हो ऐसी
कोई ऐसी शाम ना हो।।
रहने दे मुझको प्यारे
तेरे नाम के नशे में
यूँ ही गुजर रहा है
जीवन मेरा मजे में
किसी दूसरे नशे का
ये मन गुलाम ना हो
कोईं सुबह ना हो ऐसी
कोई ऐसी शाम ना हो।।
कोई सुबह ना हो ऐसी
कोई ऐसी शाम ना हो
होंठों पे श्याम मेरे
जब तेरा नाम ना हो
कोईं सुबह ना हो ऐसी
कोई ऐसी शाम ना हो।।
koi subah na ho aisi koi aisi sham na ho lyrics