चाहे घूम आओ सारा ज़माना खाटू सा दर नहीं मिलना लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन
चाहे घूम आओ सारा ज़माना
खाटू सा दर नहीं मिलना
इनका हो रहा जग है दीवाना
हो रहा जग है दीवाना
खाटू सा दर नहीं मिलना
चाहे घूम आओं सारा ज़माना
खाटू सा दर नहीं मिलना।।
तर्ज तू माने या ना माने।
इसी तर्ज पे कन्हैया मेरी लाज रखना।
जीवन वो क्या दर ना आया
श्याम सुन्दर का दर्श ना पाया
श्याम प्रेमी का सच्चा ठिकाना
खाटू सा दर नहीं मिलना
चाहे घूम आओं सारा ज़माना
खाटू सा दर नहीं मिलना।।
जिसने नैया इनको थमाई
उसकी नैया पार लगाई
इनके चरणों में जीवन बिताना
खाटू सा दर नहीं मिलना
चाहे घूम आओं सारा ज़माना
खाटू सा दर नहीं मिलना।।
श्याम दयालु सबको निभाए
खाटू की चौखट सबको भाए
राकेश दर सबको बताना
खाटू सा दर नहीं मिलना
चाहे घूम आओं सारा ज़माना
खाटू सा दर नहीं मिलना।।
चाहे घूम आओ सारा ज़माना
खाटू सा दर नहीं मिलना
इनका हो रहा जग है दीवाना
हो रहा जग है दीवाना
खाटू सा दर नहीं मिलना
चाहे घूम आओं सारा ज़माना
खाटू सा दर नहीं मिलना।।
khatu sa dar nahi milna lyrics