कश्ती मेरी भवर में इसे पार तुम लगाओ भजन लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन










कश्ती मेरी भवर में
इसे पार तुम लगाओ
मेरे डूबने से पहले
आ कर मुझे बचाओ
कश्ती मेरी भंवर में
इसे पार तुम लगाओ।।
तर्ज मेरा आपकी कृपा से।


जिसको भी समझा अपना
बेगाना हो गया है
विश्वास जिसपे था वो
मुझे धोखा दे गया है
हार तेरे दर आया
मुझपे दया दिखाओ
कश्ती मेरी भंवर में
इसे पार तुम लगाओ।।


मतलब के सारे रिश्ते
कहलाने को अपने है
जो देखती निगाहे
बन जाते वो सपने है
आशा तुम्ही से है बस
मुझको ना ठुकराओ
कश्ती मेरी भंवर में
इसे पार तुम लगाओ।।









समझा प्रभु मैं तू ही
सबका पालनहार है
तू ही सब कुछ देता
तू सबका दातार है
भरत भी अर्जी करता
उसकी आस पुराओ


कश्ती मेरी भंवर में
इसे पार तुम लगाओ।।


कश्ती मेरी भवर में
इसे पार तुम लगाओ
मेरे डूबने से पहले
आ कर मुझे बचाओ
कश्ती मेरी भंवर में
इसे पार तुम लगाओ।।












kashti meri bhawar me ise paar tum lagao lyrics