करता हूँ मै वंदना नत सिर बारम्बार नमस्कार सप्तक - MadhurBhajans मधुर भजन










करता हूँ मै वंदना
नत सिर बारम्बार
तुझे देव परमात्मन
मंगल शिव शुभ काज
अंजलि पर मस्तक किए
विनय भक्ति के साथ
नमस्कार मेरा तुझे
होवे जग के नाथ।।
ॐ नमः शिवायॐ नमः शिवाय
ॐ नमः शिवायॐ नमः शिवाय।


दोनों कर को जोड़कर
मस्तक घुटने टेक
तुझको हो प्रणाम मम
शत शत कोटि अनेक
पाप हरण मंगल करण
चरण शरण को ध्यान
द्वार करूँ परणाम मै
तुझको शक्ति निधान।।
ॐ नमः शिवायॐ नमः शिवाय
ॐ नमः शिवायॐ नमः शिवाय।









भक्ति भाव शुभ भावना
मन में भर भरपूर
श्रद्धा से तुझको नमो
मेरे राम हुजूर
ज्योतिर्मय जगदीश है
तेजोमय अपार
परम पुरुष पावन परम
तुझको हो नमस्कार।।
ॐ नमः शिवायॐ नमः शिवाय
ॐ नमः शिवायॐ नमः शिवाय।


ज्योतिर्मय जगदीश है
तेजोमय अपार
परम पुरुष पावन परम
तुझको हो नमस्कार
सत्य ज्ञान आनंद के
परम धाम श्री राम
पुलकित हो मेरा तुझे
होवे बहु परणाम।।
ॐ नमः शिवायॐ नमः शिवाय
ॐ नमः शिवायॐ नमः शिवाय।


करता हूँ मै वंदना
नत सिर बारम्बार
तुझे देव परमात्मन
मंगल शिव शुभ काज
अंजलि पर मस्तक किए
विनय भक्ति के साथ
नमस्कार मेरा तुझे
होवे जग के नाथ।।
ॐ नमः शिवायॐ नमः शिवाय
ॐ नमः शिवायॐ नमः शिवाय।
स्वर श्री विजय प्रकाश वैष्णव










karta hun main vandana nat shir barambar lyrics