करो ना सुनवाई है दिल से दुहाई भजन लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन










करो ना सुनवाई
है दिल से दुहाई
सुनलो बाबा श्याम
तेरी आली सरकार
खाली जोगी ने है
श्याम सेवा चाहि
करो ना सुनवाईं
है दिल से दुहाई।।
तर्ज वफ़ा ना रास आई।


माना की कमी है मुझमे सुनो
मुझे फिर भी तुम अपना लेना
खारे सागर सा नीर हूँ मैं
मुझे मीठी झिर बना देना
अब करूँ क्या बता
जो तू ले अपना
तेरी ज्योत है मन में जगाई
करो ना सुनवाईं
है दिल से दुहाई।।


कोई पूछे तेरे तख्ते में है क्या
तेरी मूरत श्याम दिखाता हूँ
कोई पूछे हसरत क्या है तेरी
मैं श्याम की खिदमत चाहता हूँ
कैसे जियूं उस बिन
गिन गिन रात दिन
नहीं सही जाए ये जुदाई
करो ना सुनवाईं
है दिल से दुहाई।।









दिन रात मैं चाहूँ दिल से सुनूं
सत्संग कीर्तन में रमा रहूं
ना कुछ भी चिंता रहे मुझे
लखदातारी में पड़ा रहूं
सोनी तेरा ध्यान
धरे सुबह और शाम
बस है यही आस लगाई


करो ना सुनवाईं
है दिल से दुहाई।।


करो ना सुनवाई
है दिल से दुहाई
सुनलो बाबा श्याम
तेरी आली सरकार
खाली जोगी ने है
श्याम सेवा चाहि
करो ना सुनवाईं
है दिल से दुहाई।।
स्वर मनीष तिवारी।










karo na sunwai hai dil se duhai lyrics