कर दो नजरें करम काली माॅं भजन लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन










कर दो नजरें करम काली माॅं
दोहा माॅं की महिमा है भली
हरती दुख संताप
भक्तों की मुश्किल हरे
स्वयं काटती पाप।


कर दो नजरें करम काली माॅं
करदो नज़रें करम काली माॅं
आएं दर पे सवाली मेरी माॅं
हो निगाहें करम मेरी माॅं
करदो नज़रें करम काली माॅं
करदो नज़रें करम काली माॅं।।


जय काली कलकत्ते वाली
भक्तों को माॅं तारने वाली
चुन चुन के असुरों को मारे
वार तेरा ना जाए खाली
ओ भरदो झोली खाली मेरी माॅं
करदो नज़रें करम काली माॅं
करदो नज़रें करम काली माॅं।।









गले सजे मुण्डो की माला
चण्डी माॅं का रूप निराला
एक हाथ त्रिशूल लिया है
दूजे से खप्पर भर डाला
ओ नयनों में तेरे लाली माॅं
करदो नज़रें करम काली माॅं
करदो नज़रें करम काली माॅं।।


क्रोध में माॅं का रूप भयंकर
चरणों में माॅं के शिव शंकर
सौ सिंहो से तू बलशाली
कृपामयी है दुर्गा काली
हो शुभम पर रहम मेरी माॅं
करदो नज़रें करम काली माॅं
करदो नज़रें करम काली माॅं।।


कर दो नजरे करम काली माॅं
करदो नज़रें करम काली माॅं
आएं दर पे सवाली मेरी माॅं
हो निगाहें करम मेरी माॅं
करदो नज़रें करम काली माॅं
करदो नज़रें करम काली माॅं।।












kar do nazre karam kaali maa lyrics