कर दो मेरा भी उद्धार नैया डोल रही मजधार लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन
कर दो मेरा भी उद्धार
नैया डोल रही मजधार
बाबा पार कर दो
कर दों मेरा भी उद्धार।।
दुखो भरे सागर में
गोते मैं लगाऊं प्रभु जी कितने
थक सा गया हूँ
अब हाथ पाँव मेरे नहीं है चलते
नहीं है चलते
रो रो तुमसे कहते
आओ आओ दीनानाथ
आओ बनके खेवनहार
नैया पार कर दो
कर दों मेरा भी उद्धार।।
भूल हुई क्या मुझसे
ओ मेरे बाबा क्यों रूठ गए हो
डूबूं सागर में मैं
किनारे पर खड़े मुस्काए रहे हो
मुस्काए रहे हो
क्यों रुलाए रहे हो
आओ मेरे प्राणनाथ
रख दो सर पे मेरे हाथ
भव पार कर दो
कर दों मेरा भी उद्धार।।
बिन तुम्हारे मेरा इस
बैरी जगत में कोई भी नहीं है
किसको जा पुकारूँ
इस आफत की घडी में
भरोसा नहीं है
भरोसा नहीं है
उषा का कोई नहीं है
झूठा सारा ये संसार
कोई देता नहीं साथ
कर दों मेरा भी उद्धार।।
कर दो मेरा भी उद्धार
नैया डोल रही मजधार
बाबा पार कर दो
कर दों मेरा भी उद्धार।।
kar do mera bhi uddhar naiya dol rahi majdhar lyrics