कान्हा तेरी मुरली है जादू भरी झूमता है ये मन लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन
कान्हा तेरी मुरली है जादू भरी
झूमता है ये मन
नाचता है ये मन।।
तर्ज जिया नहीं लागे कहीं तेरे।
बंसी बजाओ ना
धुन सुनाओ ना
यमुना किनारे तू आके
जब जब बजती है
तेरी बाँसुरिया
तब तब हो के
मैं बावरिया
तेरा नाम लेके
मैं जप के तुझे
गाऊं तेरा भजन
नाचता है ये मन।।
ऐसे मेरे नयन
ढूंढे तुझे मोहन
कहाँ छुपा है तू जा के
वन वन ढूँढू
हो के दीवानी
तुमसे है मेरी
प्रीत पुरानी
कोई कहे पगली
कोई बावली
कोई बोले बिरहन
नाचता है ये मन।।
कान्हा तेरी मुरली है जादू भरी
झूमता है ये मन
नाचता है ये मन।।
स्वर डिम्पल भूमि।
kanha teri murli hai jadu bhari lyrics