कान्हा कूद पढ्यो रे जमुना में मनीष तिवारी भजन लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन
कान्हा कूद पढ्यो रे जमुना में
रे कान्हा कूद पढ्यो रे जमुना में
कालिया नाग खदेड़ियायो
आ रा रा रा रा।।
आ रा रा रा रा
कान्हा नित है चुरावे माखन
कन्हैया नित ही चुरावे माखन
मटकी फ़ोड के घर भाग्यो
आ रा रा रा रा।।
आ रा रा रा रा
रे मामा कंस खड्यो गुर्रावे
मामा कंस खड्यो गुर्रावे
कन्हैया वध कर डारो रे
आ रा रा रा रा।।
आ रा रा रा रा
कान्हा जब जब मुरली बजावे
कन्हैया जब जब मुरली बजावे
राधा रास रचावे रे
आ रा रा रा रा।।
आ रा रा रा रा
रे कान्हा झूला झूले रे मधुबन में
कान्हा झूला झूले रे मधुबन में
सखिया झूलो झुलावे रे
आ रा रा रा रा।।
आ रा रा रा रा
रे जो भी गावे राधे कृष्णा
जो भी गावे राधे कृष्णा
वो तो भव तर जावे रे
आ रा रा रा रा।।
कान्हा कूद पढ्यो रे जमुना में
रे कान्हा कूद पढ्यो रे जमुना में
कालिया नाग खदेड़ियायो
आ रा रा रा रा।।
kanha kud padyo re jamuna me lyrics