कईया रूस्या हो कन्हैया मुख से बोलो जी लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन










कईया रूस्या हो कन्हैया
मुख से बोलो जी
म्हे खड्या थाने निहारा
आंख्या खोलो जी
कईया रूस्यां हो कन्हैया।।
तर्ज तुम हमारे थे प्रभु जी।


भूल म्हासे के हुई है
यो बता द्यो म्हाने
गर कमी कोई हुई तो
द्यो सजा द्यो म्हाने
करणी म्हारी ताकड़ी में
मत ना तोलो जी
म्हे खड्या थाने निहारा
आंख्या खोलो जी
कईया रूस्यां हो कन्हैया।।


इतनी दोरी क्यों परीक्षा
ले रह्या हो म्हारी
हार्यो मन हारी या धड़कन
साँस भी इब हारी
हारया का थे हो सहारा
जग यो बोले जी
म्हे खड्या थाने निहारा
आंख्या खोलो जी
कईया रूस्यां हो कन्हैया।।









म्हे तो जोवा बाट थारी
थे कदे ना आओ
बापड़ी आंख्या ने म्हारी
इतनो क्यों तरसाओ
सुख ग्या आंख्या रा आंसू
इब तो बोलो जी
म्हे खड्या थाने निहारा
आंख्या खोलो जी
कईया रूस्यां हो कन्हैया।।


आस थासु म्हे लगाई
जग से बंधन तोड्यो
थारे रहता हार रह्यो मैं
अब सेहन ना होरयो
प्रीत गोलू की मुरारी
मत टटोलो जी


म्हे खड्या थाने निहारा
आंख्या खोलो जी
कईया रूस्यां हो कन्हैया।।


कईया रूस्या हो कन्हैया
मुख से बोलो जी
म्हे खड्या थाने निहारा
आंख्या खोलो जी
कईया रूस्यां हो कन्हैया।।












kaiya rusya ho kanhaiya mukh se bolo ji lyrics