कैकई अयोध्या की शान चली जाएगी लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन
कैकई अयोध्या की
शान चली जाएगी
राम वन गए तो
मेरी जान चली जाएगी
कैकईं अयोध्या की
शान चली जाएगी।।
तर्ज जिंदगी की राहों में।
देखें कैकई तूने लूट लिया।
वर नहीं मांगे
तीर दिल में मारे है
राम के बिना ओ रानी
शान चली जाएगी
राम वन गए तो
मेरी जान चली जाएगी
कैकईं अयोध्या की
शान चली जाएगी।।
कहते है दशरथ
तुझे भरत लाल प्यारे है
राम को वन भेज के
क्यों कांटो पे चलाएगी
राम वन गए तो
मेरी जान चली जाएगी
कैकईं अयोध्या की
शान चली जाएगी।।
दो वर दिए थे तुमने
अब आँख को चुराते हो
गर ना दिया तो कुल की
रीत चली जाएगी
राम वन गए तो
मेरी जान चली जाएगी
कैकईं अयोध्या की
शान चली जाएगी।।
कैकई अयोध्या की
शान चली जाएगी
राम वन गए तो
मेरी जान चली जाएगी
कैकईं अयोध्या की
शान चली जाएगी।।
स्वर श्री लखन रघुवंशी।
kaikai ayodhya ki shan chali jayegi lyrics