कहाँ जाके बैठा है मेरे कन्हैया भजन लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन










कहाँ जाके बैठा है मेरे कन्हैया
अब पार लगा दे तू मेरी ये नैया।।
तर्ज लगी आज सावन की।


कैसे बताएगा तेरा दीवाना
मैं हो गया दुनिया से बेगाना
माथे पे बोझ गमो की है शय्या
अब किरपा तो कर दो
दिखा अपनी छैया
कहां जाके बैठा है मेरे कन्हैया
अब पार लगा दे तू मेरी ये नैया।।


अगर तुम ना आए तो
मर जाऊंगा मैं
तुम्ही दिल में कान्हा
कुछ के जाऊंगा मैं
दुनिया से बेगाना मैं तो कन्हैया
लगता है डूब जाएगी मेरी नैया
कहां जाके बैठा है मेरे कन्हैया
अब पार लगा दे तू मेरी ये नैया।।









कहाँ जाके बैठा है मेरे कन्हैया
अब पार लगा दे तू मेरी ये नैया।।












kaha jake baitha hai mere kanhaiya lyrics