कहाँ हो कन्हैया भजन लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन
सुख में सभी थे संग मेरे
दुख में दिखा नहीं कोई अपना
तेरे हवाले दीनानाथ मेरी नैया
कहाँ हो कन्हैया
हारे के सहारे थाम लो बईयाँ
तुम कहाँ हों कन्हैया
कहाँ हों कन्हैया।।
तर्ज लम्बी जुदाई।
खुद को मैं कैसे आज बचाऊँ
डर लगता है कहीं डूब ना जाऊँ
टूटी है नैया न पतवार
ना खिवैया कहाँ हों कन्हैया
हारे के सहारे थाम लो बईयाँ
तुम कहाँ हों कन्हैया
कहाँ हों कन्हैया।।
संकट में मैं किसको पुकारूँ
तेरी कन्हैया बस डगर निहारूँ
लाज बचालो मेरी आज
डोले नैया कहाँ हों कन्हैया
हारे के सहारे थाम लो बईयाँ
तुम कहाँ हों कन्हैया
कहाँ हों कन्हैया।।
मैं जानता हूँ तेरे सहारे
लग जायेगी नाव किनारे
देर ना लगाओ आओ श्याम
पडूँ पइया कहाँ हों कन्हैया
हारे के सहारे थाम लो बईयाँ
तुम कहाँ हों कन्हैया
कहाँ हों कन्हैया।।
तेरे हवाले दीनानाथ मेरी नैया
कहाँ हो कन्हैया
हारे के सहारे थाम लो बईयाँ
तुम कहाँ हों कन्हैया
कहाँ हों कन्हैया।।
kaha ho kanhaiya lyrics