कब होगी किरपा तेरी ओ बाबा मुझे दर पे बुलाओगे भजन लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन










कब होगी किरपा तेरी
ओ बाबा मुझे दर पे बुलाओगे
दर पे बुलाओगे ओ बाबा कब
गले से लगाओगे
कब होंगी किरपा तेरी
ओ बाबा मुझे दर पे बुलाओगे।।


कब आएगी घड़ी सुहानी
फागुण जैसी रुत मस्तानी
चमकेगी किस्मत मेरी
प्यास नैनो की बुझाओगे
कब होंगी किरपा तेरी
ओ बाबा मुझे दर पे बुलाओगे।।


पूरी होगी कब मेरी आशा
किस दिन होगी दूर निराशा
रात है अंधेरी
ओ बाबा सूरज दिखाओगे
कब होंगी किरपा तेरी
ओ बाबा मुझे दर पे बुलाओगे।।


जग सागर में जीवन नैया
तुम बिन इसका कौन खिवैया
तूफा ने कश्ती घेरी
ओ बाबा कब पार लगाओगे
कब होंगी किरपा तेरी
ओ बाबा मुझे दर पे बुलाओगे।।









खाटू वाले लौ तुमसे लागी
दर्शन चाहे भूलन त्यागी
कितनी करोगे देरी
और कितना तड़पाओगे
कब होंगी किरपा तेरी
ओ बाबा मुझे दर पे बुलाओगे।।


कब होगी किरपा तेरी
ओ बाबा मुझे दर पे बुलाओगे
दर पे बुलाओगे ओ बाबा कब
गले से लगाओगे
कब होंगी किरपा तेरी
ओ बाबा मुझे दर पे बुलाओगे।।














kab hogi kirpa teri o baba mujhe lyrics in hindi