काले काले बदरा घिर घिर आ रहे है भजन लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन










काले काले बदरा
घिर घिर आ रहे है
ऐ जी झूला डालो
हम्बे झूला डालो
कदम्ब की डाल
कारे कारे बदरा
घिर घिर आ रहे है
लम्बे लम्बे झोटा
राधा रानी ले रही है
ऐ जी कोई नन्ही नन्ही
हम्बे कोई नन्ही नन्ही
परत फुहार
कारे कारे बदरा
घिर घिर आ रहे है।।


झूला पे मोहन
श्यामा संग झूलते जी
ऐ जी गोपी गाती है
हम्बे गोपी गाती है
राग मल्हार
कारे कारे बदरा
घिर घिर आ रहे है।।


चंपा चमेली जूही
मोगरा खिल रहे जी
ऐ जी कोई शीतल
ऐ जी कोई शीतल
चलत बयार
कारे कारे बदरा
घिर घिर आ रहे है।।


कदम्ब की डाली काली
कोयलिया गा रही जी
ऐ जी दादुर पपिहन की
ऐ जी दादुर पपिहन की
सुरीली मस्त पुकार
कारे कारे बदरा
घिर घिर आ रहे है।।









राधा की पायल कान्हा की
बंसी बज रही
ऐ जी दास प्रेमी के
ऐ जी दास प्रेमी के
लड़ी है अखियाँ चार


कारे कारे बदरा
घिर घिर आ रहे है।।


काले काले बदरा
घिर घिर आ रहे है
ऐ जी झूला डालो
हम्बे झूला डालो
कदम्ब की डाल
कारे कारे बदरा
घिर घिर आ रहे है
लम्बे लम्बे झोटा
राधा रानी ले रही है
ऐ जी कोई नन्ही नन्ही
हम्बे कोई नन्ही नन्ही
परत फुहार
कारे कारे बदरा
घिर घिर आ रहे है।।
स्वर श्री चित्र विचित्र महाराज जी।










kaale kaale badra ghir ghir aa rahe hai lyrics