प्रेम की गंगा बहाते चलो हिंदी लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन
प्रेम की गंगा बहाते चलो
ज्योत से ज्योत जगाते चलो
प्रेम की गंगा बहाते चलो
राह में आये जो दीन दुखी
सब को गले से लगाते चलो।।
कौन है ऊँचा कौन है नीचा
सब में वो ही समाया
भेदभाव के झूठे भरम में
ये मानव भरमाया
धर्म ध्वजा फ़हराते चलो।।
सारे जग के कणकण में है
दिव्य अमर एक आत्मा
एक ब्रम्ह है एक सत्य है
एक ही है परमात्मा
प्राणों से प्राण मिलाते चलो।।
ज्योत से ज्योत जगाते चलो
प्रेम की गंगा बहाते चलो
राह में आये जो दीन दुखी
सब को गले से लगाते चलो।।
jyot se jyot jagate chalo lyrics in hindi