जंगल विच भैरुनाथ थारो कुण कर गयो श्रृंगार लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन
जंगल विच भैरुनाथ
थारो कुण कर गयो श्रृंगार
कुण थारे काजल लगायो
कूण लायो प्रसाद
थारे माली पाना चमचम चमके
थारी जय हो भैरुनाथ
थारी जय हो भैरुनाथ
जंगल बिच भैरुनाथ
थारो कुण करगियो श्रृंगार।।
चावल चूरमो और इमरती
बाबे रे मुख मैं कूण धरगयो
लाडू पेड़ा री थाली रे बिच में
रबड़ी रो प्यालो कूण धरगयो
थारे पुष्पा रा गजरा महके
थारी जय हो भेरुनाथ
थारी जय हो भैरुनाथ
जंगल बिच भैरुनाथ
थारो कुण करगियो श्रृंगार।।
क्या गर्मी क्या ठंडी बाबो
बैठो एक ठिकाणे में
मैं थने पुजू ओ भैरु बाबा
किन घर हिंडो हिंडायो है
सब भगतो पे कृपा बरसे
थारी जय हो भैरुनाथ
थारी जय हो भैरुनाथ
जंगल बिच भैरुनाथ
थारो कुण करगियो श्रृंगार।।
मेहक रयो बाबा थारो मंदिर
कूण थारे इत्र लगायो है
भैरु नाथ ने नितरा मनावे
लाखो लोग बीकाने में
थारे राजसर ध्वजा फरुखे
थारी जय हो भैरुनाथ
थारी जय हो भैरुनाथ
जंगल बिच भैरुनाथ
थारो कुण करगियो श्रृंगार।।
जंगल विच भैरुनाथ
थारो कुण कर गयो श्रृंगार
कुण थारे काजल लगायो
कूण लायो प्रसाद
थारे माली पाना चमचम चमके
थारी जय हो भैरुनाथ
थारी जय हो भैरुनाथ
जंगल बिच भैरुनाथ
थारो कुण करगियो श्रृंगार।।
गायक प्रेषक गजेन्द्र मोदी।
8209104617
jungle vich bherunath tharo kun kar gayo shringar lyrics