जीवन के सवालों का जब पार नहीं पाया भजन लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन










जीवन के सवालों का
जब पार नहीं पाया
आँखों में लिए आंसू
तेरे द्वार चला आया
जीवन के सवालो का।।
तर्ज एक प्यार का नगमा।


ये खेल ज़माने का
मैंने तब जाना था
उनसे ही दगा खाया
अपना जिन्हे माना था
मतलब की दुनिया ने
मुझको जब ठुकराया
आँखों में लिए आंसू
तेरे द्वार चला आया
जीवन के सवालो का।।


ऐसा ना मिला कोई
जो साथ निभा देता
ग़ुरबत में जो केसर पर
जो हाथ फिरा देता
हालात पे जब मेरे
ना किसी ने तरस खाया
आँखों में लिए आंसू
तेरे द्वार चला आया
जीवन के सवालो का।।









ये दर्द मेरे दिल में
घुटकर ही रह जाता
सच कहता हूँ तेरा
गर प्यार नहीं पाता
शुकराना करूँ कैसे
ना तरुण ये समझ पाया
आँखों में लिए आंसू
तेरे द्वार चला आया
जीवन के सवालो का।।


जीवन के सवालों का
जब पार नहीं पाया
आँखों में लिए आंसू
तेरे द्वार चला आया
जीवन के सवालो का।।
स्वर रिंकू श्रीवास रसिक










jivan ke sawalo ka jab paar nahi paya lyrics