जिस पे खुश हो शनि भजन लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन










किस्मत का है वो तो
सबसे धनी
जिस पे खुश हो शनि
जिस पे खुश हों शनि।।


शुभ कर्मों को जो भी है करें
उनके शनि भंडार भरे
रहती ना जीवन में
उसके कोई कमी
जिस पे खुश हों शनि
जिस पे खुश हों शनि।।


सज्जन इनके मन को भाए
दुर्जन अपनी खैर मनाए
दंड देते हैं जरूर
चाहे छिप ले कहीं
जिस पे खुश हों शनि
जिस पे खुश हों शनि।।


जो करे दीन दुःखी की सेवा
उसको तो मिलता है मेवा
छल कपट ना मन में जिसके
भाता इनको वही
जिस पे खुश हों शनि
जिस पे खुश हों शनि।।









सत की राह जो भी चलता
शनि का नाम जो भी जपता
उसकी बिगड़ी किस्मत भी
है पल में बनी
जिस पे खुश हों शनि
जिस पे खुश हों शनि।।


किस्मत का है वो तो
सबसे धनी
जिस पे खुश हो शनि
जिस पे खुश हों शनि।।



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jispe khush ho shani dev bhajan lyrics