जिसे श्याम तेरी चाहत होगी भजन लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन










जिसे श्याम तेरी चाहत होगी
फिर ना किसी की चाहत होगी
बार बार दिल पे आहट होगी
फिर ना किसी की चाहत होगी।।
तर्ज हमें और जीने की।


राहों पे तेरी कांटे बिछे है
कोई कोई प्रेमी के ये तो चुभे है
उनके लबों पे ना शिकायत होगी
फिर ना किसी की चाहत होगी।।


माया मिलेगी तो श्याम ना मिलेगा
देकर के माया दर से दूर ये करेगा
उसे ना किसी की चाहत होगी
जिसे श्याम तेरीं चाहत होगी।।









ना जाने कितने भेष ये बनाता
ऐसे दीवानों के पीछे चला आता
श्याम को श्याम से ही राहत होगी


बार बार दिल पे आहट होगी।।


जिसे श्याम तेरी चाहत होगी
फिर ना किसी की चाहत होगी
बार बार दिल पे आहट होगी
फिर ना किसी की चाहत होगी।।













jise shyam teri chahat hogi lyrics