ज़िंदगी एक किराए का घर है हिंदी लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन
ज़िंदगी एक किराए का घर है
एक ना एक दिन बदलना पड़ेगा
मौत जब तुमको आवाज़ देगी
घर से बाहर निकलना पड़ेगा।।
ढेर मिट्टी का हर आदमी है
बाद मरने के होना यही है
या ज़मीनो में तुरबत बनेगी
या चिताओ में जलना पड़ेगा
ज़िंदगी एक किराये का घर है
एक ना एक दिन बदलना पड़ेगा।।
रात के बाद होगा सवेरा
देखना है अगर दिन सुनहरा
पाँव फूलो पे रखने से पहले
तुमको काँटों पे चलना पड़ेगा
ज़िंदगी एक किराये का घर है
एक ना एक दिन बदलना पड़ेगा।।
ऐतबार उनके वादो का मत कर
वरना ए दिल मेरे ज़िंदगी भर
तुझको भी मोमबति की तरह
कतरा कतरा पिघलना पड़ेगा
ज़िंदगी एक किराये का घर है
एक ना एक दिन बदलना पड़ेगा।।
ये जवानी हैं पल भर का सपना
ढूँढ ले कोई महबूब अपना
ये जवानी अगर ढल गई तो
ऊम्र भर हाथ मलना पड़ेगा
ज़िंदगी एक किराये का घर है
एक ना एक दिन बदलना पड़ेगा।।
ज़िंदगी एक किराए का घर है
एक ना एक दिन बदलना पड़ेगा
मौत जब तुमको आवाज़ देगी
घर से बाहर निकलना पड़ेगा।।
jindagi ek kiraye ka ghar hai hindi lyrics