झिरमिर झिरमिर रे ओ खाटू वाला भजन लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन
झिरमिर झिरमिर रे
ओ खाटू वाला
म्हे रोवां जी बाबा
म्हे रोवा जी बाबा
सुनल्यो करूण पुकार
अरजी म्हारी जी
सुनल्यो सांवरा जी।।
है किस्मत का जी
ओ खाटू वाला
लेखना जी कोई
लेखना जी कोई
सब करमा को दोष
थे ही सुधारो जी
सुनल्यो सांवरा जी।।
करडी छाती जी
ओ खाटू वाला
क्यों भया जी बाबा
क्यों भया जी बाबा
कंइया हुआ थे कठोर
टाबर बिलखे जी
सुनल्यो सांवरा जी।।
छोड़ थारो दरबार
ओ खाटु वाला
कित जांवा जी बाबा
कित जांवा जी
और कोई ना आधार
हिवड़े लगाओ जी
सुनल्यो सांवरा जी।।
झिरमिर झिरमिर रे
ओ खाटू वाला
म्हे रोवां जी बाबा
म्हे रोवा जी बाबा
सुनल्यो करूण पुकार
अरजी म्हारी जी
सुनल्यो सांवरा जी।।
भजन प्रवाहक संजू शर्मा जी।
प्रेषक निलेश मदनलाल जी खंडेलवाल।
धामनगांव रेलवे। 9765438728
jhir mir jhir mir re o khatu wala lyrics