यो तो जल भरियो संसार तिरणो दोरो रे लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन










यो तो जल भरियो संसार
तिरणो दोरो रे।
दोहा नुगरों ले जावे नारगी
भाई संत मिलावे राम
संत मिलावे राम
ज्ञान री जाजा तीरे
दे सत्य का उपदेश
नारगी सु बाहर काडे
मंगलगिरी यूं कहत है
भाई अमर वासा दास
संगत कर ले साध की
भाई कई नुगरा सु काम।


सुन सुन मारा माहिरा बीर
एडी नहीं करना रे
यो तो जल भरियो संसार
तिरणो दोरो रे।।


अरे कुमता सुमता नार
दो ही पटराणी रे
अरे दोनों को और सभाव
संत पहचानी रे
सुण सुण मारा माहीरा बीर
एडी नहीं करना रे।।









अरे आई मारी कुमता नार
कबद कर गई रे
मने लागयो चोरासी रो माय
जन्म डुबो गई रे
सुण सुण मारा माहीरा बीर
एडी नहीं करना रे।।


अरे आई मारी सुमता नार
सद्बुद्धि दे गई रे
मने काडीयो चोरासी रे माये
जन्म सुधार गई रे
सुण सुण मारा माहीरा बीर
एडी नहीं करना रे।।


अरे कीने सुनाऊँ गुरु ज्ञान
उठ उठ भागे रे
थारो हिरदा बड़ा कठोर
रंग नहीं लागे रे
सुण सुण मारा माहीरा बीर
एडी नहीं करना रे।।


अरे नाग कमल के माय
गंगा उल्टी रे
येतो कहे गया दास कबीर
अमृत वाणी रे
सुण सुण मारा माहीरा बीर
एडी नहीं करना रे।।


सुन सुन मारा माहिरा बीर
एडी नहीं करना रे
यो तो जल भरियों संसार
तिरणो दोरो रे।।






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jal bhariyo sansa tirno doro re lyrics