जैन धर्म हमे प्राणों से भी प्यारा है भजन लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन
जैन धर्म हमे
प्राणों से भी प्यारा है
धर्मो में ये धर्म
बड़ा ही न्यारा है
अहिंसावादी है ये पंथ हमारे
जहाँ प्रेम की गंगा बहे
जिनशासन मिला रे
भाग्य हमारा खिला रे।।
तर्ज हारे हारे हारे।
तारणहार मिले तीर्थंकर
जंगम तीर्थ मिले है स्थावर
श्रमण वेश को धारण किये जो
उपकारी ये मिले है गुरुवर
आओ भाव से करले वंदना
जिनशासन मिला रे
भाग्य हमारा खिला रे।।
दया दान और क्षमापना
जैनो के दिल मे ये भावना
हो प्राणियों में सद्दभावना
दिलबर की है ये कामना
जैन धर्म को करले हम नमन
जिनशासन मिला रे
भाग्य हमारा खिला रे।।
जैन धर्म हमे
प्राणों से भी प्यारा है
धर्मो में ये धर्म
बड़ा ही न्यारा है
अहिंसावादी है ये पंथ हमारे
जहाँ प्रेम की गंगा बहे
जिनशासन मिला रे
भाग्य हमारा खिला रे।।
गायक नमन धारीवाल इंदौर।
रचनाकार दिलीप सिंह सिसोदिया दिलबर
नागदा जक्शन मप्र।। मो9907023365
jain dharm hame prano se bhi pyara hai lyrics