जय बजरंगबली स्वामी जय बजरंगबली आरती लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन










जय बजरंगबली
स्वामी जय बजरंगबली
जब ली शरण तुम्हारी
जब ली शरण तुम्हारी
तब सब विपत हरे
ॐ जय बजरंगबली।।


राम काज के कारण
पार कियो सिंधु
अपने भक्त जनों के
तुम ही हो बंधू
ॐ जय बजरंगबली।।


भूत प्रेत के भय को
क्षण भर में हरते
विद्या बुध्दि बढ़ाकर
सुख सम्पति करते
ॐ जय बजरंगबली।।


सीता पता लगाया
अक्षय को मारा
राक्षस पुंज पछाड़ा
फिर लंका जारी
ॐ जय बजरंगबली।।









लक्ष्मण प्राण बचाए
लाए अमृत बूटी
बस एक आप ही लाते
जीवन की बुटी
ॐ जय बजरंगबली।।


वायु पुत्र गुण सागर
आप ही कहलाये
जय हनुमान महा प्रभु
अंजनी के जाये
ॐ जय बजरंगबली।।


रामभक्त की आरती
जो कोई नर गावे
कहत शिवानन्द स्वामी
सुख सम्पति पावे
ॐ जय बजरंगबली।।


जय बजरँगबली
स्वामी जय बजरंगबली
जब ली शरण तुम्हारी
जब ली शरण तुम्हारी
तब सब विपत हरे
ॐ जय बजरंगबली।।

8602107414











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