जहिया से चली गइले छोड़ अयोध्या भोजपुरी भजन लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन










जहिया से चली गइले
छोड़ अयोध्या
नगर भाईल सुनसान हो
जा ऐ विधना ऐ का भई
वन चले गएली सियाराम हो।।


वनवा में ऊ कैसे रहत होई है
कुश के चटाईया पे सोवत होई है
कैसे के सोवत होई है सीता महारानी
सोच सोच बानी परेशान हो
जा ऐ विधना ऐ का भई
वन चले गएली सियाराम हो।।


माई के दुलार बिना कैसे ऊ रही है
भैया भरत के ऊ कैसे समझाई हैं
मडई में रहत होई है छोड़ के महालिया
जिंदगी भइल वीरान हो
जा ऐ विधना ऐ का भई
वन चले गएली सियाराम हो।।


जहिया से चली गइले
छोड़ अयोध्या
नगर भाईल सुनसान हो
जा ऐ विधना ऐ का भई
वन चले गएली सियाराम हो।।







भजन प्रेषक बबलू साहू।
6261038468










jahiya se chal gaile chhod ke ayodhya lyrics