जग की माया छोड़ के प्यारे श्याम के गुण तू गाएजा लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन
जग की माया छोड़ के प्यारे
श्याम के गुण तू गाएजा
थामेगा ये हाथ तुम्हारा
थामेगा ये हाथ तुम्हारा
तू भी हाथ बढ़ाए जा
जग की माया छोड़ के प्यारें।।
तर्ज नगरी नगरी द्वारे द्वारे।
सागर लाखों है इस जग में
सबसे गहरी तेरी आँखे
डूब जा इन आँखों में बन्दे
खुद तेरी नाव चलाए
जीवन को तेरे श्याम संभाले
डोर इनको सौंपे जा
जग की माया छोड़ के प्यारें।।
तुझपे ही एक आस बची है
और किसी अपने पे ना
आज मेरा बांके बिहारी
दिखला दे तू अपनी अदा
तेरे दर बस सर झुकाऊं
अपने गले लगा ले ना
जग की माया छोड़ के प्यारें।।
आखिरी आस प्रभु दिल की मेरे
चरणों में समर्पित है
दर की धूलि मिले बस उसको
हार के जो भी आया है
केशव का विश्वास यही है
ग्यारस पे तू बुलाएगा
जग की माया छोड़ के प्यारें।।
जग की माया छोड़ के प्यारे
श्याम के गुण तू गाएजा
थामेगा ये हाथ तुम्हारा
थामेगा ये हाथ तुम्हारा
तू भी हाथ बढ़ाए जा
जग की माया छोड़ के प्यारें।।
jag ki maya chod ke pyare shyam ke gun tu gaye ja lyrics