जबसे खाटू वाले ने सहारा दिया भजन लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन
जबसे खाटू वाले ने सहारा दिया
तबसे हर दुःख ने मुझसे किनारा किया
है कमी मेरे घर में अब तो कुछ भी नहीं
श्याम नाम का अमृत है जबसे पिया
जबसे खाटु वाले ने सहारा दिया।।
तर्ज मैं तेरे इश्क़ में।
भाई बंधु न आँखें मिलाते थे
जब मैं दिख जाता आँखें चुराते थे
मांग लूँ ना सहारा ये उनको था डर
अब तो उन सबको है देखो मेरी फिकर
श्याम खाटू का जबसे नज़ारा किया
है कमी मेरे घर में अब तो कुछ भी नहीं
श्याम नाम का अमृत है जबसे पिया
जबसे खाटु वाले ने सहारा दिया।।
दाना पानी नहीं था खाने को
ना किराया था आने जाने को
आँखों में आंसू मेरे रहता दिल में फिकर
अब फिकर ही नहीं है किसी बात की
एक था वक़्त जब था गुज़ारा किया
है कमी मेरे घर में अब तो कुछ भी नहीं
श्याम नाम का अमृत है जबसे पिया
जबसे खाटु वाले ने सहारा दिया।।
हारे का सहारा बाबा श्याम है
खाटू नगरी में इनका धाम है
शीश का ये है दानी बाबा तीन बाण धारी
अपने लालों की विनती को सुनता है ये
टीटू की ज़िन्दगी में उजाला किया
है कमी मेरे घर में अब तो कुछ भी नहीं
श्याम नाम का अमृत है जबसे पिया
जबसे खाटु वाले ने सहारा दिया।।
जबसे खाटू वाले ने सहारा दिया
तबसे हर दुःख ने मुझसे किनारा किया
है कमी मेरे घर में अब तो कुछ भी नहीं
श्याम नाम का अमृत है जबसे पिया
जबसे खाटु वाले ने सहारा दिया।।
गायक विनीत जी द्विवेदी।
लेखक टीटू जी बेधड़क। बरेली
संपर्क 96272 43686
jabse khatu wale ne sahara diya lyrics