जब साथ में है श्याम तो किस बात का डर है लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन
जब साथ में है श्याम
तो किस बात का डर है
माना की है भव गहरा
कठिन उसका सफर है
जब साथ में हैं श्याम
तो किस बात का डर है।।
जबसे लगी है दिल को मेरे
श्याम की लगन
तबसे मेरी आँखों में बसा
खाटू नगर है
जब साथ में हैं श्याम
तो किस बात का डर है।।
क्या चीज बंदगी है
पता तब चला मुझे
श्री श्याम की चौखट पे झुका
जब मेरा सर है
जब साथ में हैं श्याम
तो किस बात का डर है।।
वो दानी है वरदानी
दयालु है कृपालु
जो मांगने वाले है
उन्हें इसकी खबर है
जब साथ में हैं श्याम
तो किस बात का डर है।।
जब साथ में है श्याम
तो किस बात का डर है
माना की है भव गहरा
कठिन उसका सफर है
जब साथ में हैं श्याम
तो किस बात का डर है।।
jab sath me hai shyam to kis baat ka dar hai lyrics