जब कोई नहीं आता तब आता यही है भजन लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन










जब कोई नहीं आता तब आता यही है
माझी बन नैया पार लगाता यही है
की हारे का सहारा यही है
की हारे का सहारा यही है।।
तर्ज तुझे ना देखूं तो चैन मुझे।


आंधी और तूफानो से लगता ना डर
दुनिया की अब मुझको ना फिकर
रहमत की मुझ पे बरसात हो गई
जब से सांवरे से मुलाकात हो गई
मुलाकात हो गई
उलझन मेरी सारी सुलझाता यही है
माझी बन नैया पार लगाता यही है
की हारे का सहारा यही है
की हारे का सहारा यही है।।


दर पर तेरे जब से आए हैं हम
कभी ना रुलाया खाके कहते कसम
अपनों से ज्यादा मुझे प्यार मिल गया
दर पर तेरे श्याम परिवार मिल गया
परिवार मिल गया
प्रेमी से प्रेमी को मिलाता यही है
माझी बन नैया पार लगाता यही है
की हारे का सहारा यही है
की हारे का सहारा यही है।।









तेरा ये सुरूर मेरे मन में चढ़ा
धीरे धीरे बाबा मैं भी आगे बढ़ा
भजनों को जबसे मैं गाने लगा
जीवन से अंधेरा मेरे जाने लगा
मेरे जाने लगा
डूबे सूरज को तो उगाता यही है
माझी बन नैया पार लगाता यही है
की हारे का सहारा यही है
की हारे का सहारा यही है।।


जब कोई नहीं आता तब आता यही है
माझी बन नैया पार लगाता यही है
की हारे का सहारा यही है
की हारे का सहारा यही है।।
स्वर सूरज शर्मा।










jab koi nahi aata tab aata yahi hai lyrics