इन रे आंगनीये है सखी केई नर खेलन आया ओ - MadhurBhajans मधुर भजन
इन रे आंगनीये है सखी
केई नर खेलन आया ओ
केई खेल्या ने केई नर खेलसी
केई नर खेल सिदाया ओ
केई खेल्या ने केई नर खेलसी
केई नर खेल सिदाया ओ
इण रे आंगनीये है सखी।।
भई रे तीन खुना री झूपडी
आ निशदिन झूठी रे
तीन खुना री झूपडी
आ निशदिन झूठी रे
नैन हमारा यु जरे
ज्यु गागर फूटी रे
नैन हमारा यु जरे
ज्यु गागर फूटी रे
इण रे आंगनीये है सखी।।
आवो रे पाँच सहेलीया
सिव दो नी मेरा चोला ओ
आवो रे पाँच सहेलीया
सिव दो नी मेरा चोला ओ
मै हूँ ग्यान गरीबनी
सायब मेरा भोला ओ
मै हूँ ग्यान गरीबनी
सायब मेरा भोला ओ
इण रे आंगनीये है सखी।।
जाय उतारीया परखना
संगी पचे पछताया ओ
जाय उतारीया परखना
संगी पचे पछताया ओ
थे तो साथीडा थारे घर जावो
मै तो भया रे पराया ओ
थेतो साथीडा थारे घर जावो
मै तो भया रे पराया रे
इण रे आंगनीये है सखी।।
भई रे आया परवाना अमरलोक रा
अटे रेवन नही देला ओ
आया परवाना अमरलोक रा
अटे रेवन नही देला
काची मे मदस्त यु मरे
संतो सही कर लेना ओ
काची मे मदस्त यु मरे
संतो सही कर लेना
इण रे आंगनीये है सखी।।
इन रे आंगनीये है सखी
केई नर खेलन आया ओ
केई खेल्या ने केई नर खेलसी
केई नर खेल सिदाया ओ
केई खेल्या ने केई नर खेलसी
केई नर खेल सिदाया ओ
इण रे आंगनीये है सखी।।
गायक प्रकाश माली जी।
प्रेषक मनीष सीरवी
9640557818
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