हम सब है कठपुतली तेरे हाथो में है डोर भजन लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन










हम सब है कठपुतली
तेरे हाथो में है डोर
नचा ले कान्हा जैसे
नाचे है वन में मोर।।
तर्ज सावन का महीना।


तुझपे भरोसा मुझे
तेरा ही सहारा
डूबी हुई नैय्या का
तू ही बस किनारा
थाम ले मेरी बइया
दुख के बादल है घनघोर
नचा ले कान्हा जैसे
नाचे है वन में मोर।।


जग में जो नाचा बाबा
नाचता रहूँगा
दुखो के थपेड़े बोलो
कब तक सहूँगा
और सहा ना जाए
अब पकड़ूँ किसका छोर
नचा ले कान्हा जैसे
नाचे है वन में मोर।।









रूबी रिधम ने तेरी
टेर लगाई
हर पल बाबा तेरी
महिमा है गाई
मुझको भी शरण में रख लो
मेरा तुझ बिन ना कोई और
नचा ले कान्हा जैसे
नाचे है वन में मोर।।


हम सब है कठपुतली
तेरे हाथो में है डोर
नचा ले कान्हा जैसे
नाचे है वन में मोर।।
स्वर काँची भार्गव।










hum sab hai kathputli tere hatho me hai dor lyrics