होके मैया शेर पे सवार आ जाना भक्तों के द्वार लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन










होके मैया शेर पे सवार
आ जाना भक्तों के द्वार
होता ना अब इंतज़ार
भक्तों की सुन माँ पुकार
कबसे खड़े राह में
अखियाँ हैं यूँ बेकरार
होता ना अब इंतज़ार
भक्तों की सुन माँ पुकार।।
तर्ज देखा है पहली बार।


ज्योति जलाऊँ
तेरा ध्यान लगाऊँ
तेरी अद्भुत छवि मैं
मेरे मन में बसाऊं
मैं तेरा ही बालक
जननी है तू मेरी
अम्बे माँ शारदे
विनती सुनले तू मेरी
होके मईया शेर पे सवार
आ जाना भक्तों के द्वार
होता ना अब इंतज़ार
भक्तों की सुन माँ पुकार।।


चरणों में तेरे
हम सिर को झुकाएं
बड़ी आशा लिए हम
तेरी महिमा सुनाएं
फूलों से भरके झोली
तेरे दर पे मैं चढाऊँ
केसरिया बिंदी लगाके
लाली चूनर ओढाऊँ
होके मईया शेर पे सवार
आ जाना भक्तों के द्वार
होता ना अब इंतज़ार
भक्तों की सुन माँ पुकार।।









कण कण में माई
तेरी शक्ति समाई
जब विपदा पड़ी तो
दौड़ी चली आई
मेरी पुकार सुनके
दर्शन ज़रा दिखा दो
करके दया मेरी दाते
धन्य जीवन बना दो
होके मईया शेर पे सवार
आ जाना भक्तों के द्वार
होता ना अब इंतज़ार
भक्तों की सुन माँ पुकार।।


होके मैया शेर पे सवार
आ जाना भक्तों के द्वार
होता ना अब इंतज़ार
भक्तों की सुन माँ पुकार
कब से खड़े राह में
अखियाँ हैं यूँ बेकरार
होता ना अब इंतज़ार
भक्तों की सुन माँ पुकार।।













hoke maiya sher pe sawar aa jana bhakto ke dwar lyrics