हे शिव शंकर भक्ति की ज्योति अब तो जला दो मन में - MadhurBhajans मधुर भजन
हे शिव शंकर
भक्ति की ज्योति
अब तो जला दो मन में
राग द्वेष से कलुषित ये मन
उज्ज्वल हो पल छिन में।।
तेरी डमरू से निकले है
ओमकार स्वर प्रतिपल
मै रम जाऊँ तुझमे भगवन
तू रम जा नैनन में
है शिव शंकर
भक्ति की ज्योति
अब तो जला दो मन में।।
भस्म रमाये तन पे तू क्यों
इसका राज बतादो
बीत गये कुछ अब न बीते
बाकी क्षण बातन में
है शिव शंकर
भक्ति की ज्योति
अब तो जला दो मन में।।
किसका ध्यान धरे कैलाशी
इसका ज्ञान अमर दो
तू है या फिर ध्यान धरे जो
वो बैठा कण कण में
है शिव शंकर
भक्ति की ज्योति
अब तो जला दो मन में।।
हे शिव शंकर
भक्ति की ज्योति
अब तो जला दो मन में
राग द्वेष से कलुषित ये मन
उज्ज्वल हो पल छिन में।।
गीतकार राजेन्द्र प्रसाद सोनी।
8839262340
hey shiv shankar bhakti ki jyoti ab to jala do man me lyrics