हे शीश के दानी श्याम प्रभु तेरे दर की महिमा भारी है लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन
हे शीश के दानी श्याम प्रभु
तेरे दर की महिमा भारी है
तेरे दर की महिमा भारी है
जाने ये दुनिया सारी है
हे शीष के दानी श्याम प्रभु
तेरे दर की महिमा भारी है।।
ना अहिलवती को वचन दिया
हारे का हर दम साथ दिया
जिसका कोई ना कलयुग में
बाबुल बन उसको तार दिया
हे शीष के दानी श्याम प्रभु
तेरे दर की महिमा भारी है।।
द्वापर में शीश का दान दिया
जिनसे जो माँगा बाँट दिया
जो शरण में तेरे है आया
पल भर में भव से पार किया
हे शीष के दानी श्याम प्रभु
तेरे दर की महिमा भारी है।।
नरसी चरणों में बैठ प्रभु
तुझे दिल का हाथ सुनाते है
इस दर पे निखिल आने से
संकट सारे कट जाते है
हे शीष के दानी श्याम प्रभु
तेरे दर की महिमा भारी है।।
हे शीश के दानी श्याम प्रभु
तेरे दर की महिमा भारी है
तेरे दर की महिमा भारी है
जाने ये दुनिया सारी है
हे शीष के दानी श्याम प्रभु
तेरे दर की महिमा भारी है।।
hey shish ke dani shyam prabhu tere dar ki mahima bhari hai lyrics