हेली म्हारी निर्भय रहीजे रे भजन लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन










हेली म्हारी निर्भय रहीजे रे
दुनियादारी औगणकारी जाने
भेद मत दईजे रे
हेली म्हारी निर्भय रहीजे रे।।


इण काया में अष्ट कमल हैं
इण काया में हो
ओ इण काया में अष्ट कमल
ज्योरी निंगे कराइजे ए
हेली म्हारी निर्भय रहीजे रे।।


सत री संगत में
सत संगत में बैठ सुहागण
साच कमाइजे ए ए ए
हेली म्हारी निर्भय रहीजे रे।।


धन में गरीबी
मन में फकीरी
धन में गरीबी हो ओ
धन में गरीबी मन में फकीरी
दया भावना राखिजे ए
हेली म्हारी निर्भय रहीजे रे।।









ज्ञान झरोखे ए ए
ज्ञान झरोखे बैठ सुहागण
झालो दईजे ए ए
हेली म्हारी निर्भय रहीजे रे।।


त्रिवेणी घर
तीन पदमणी
त्रिवेणी घर हो ओ त्रिवेणी घर
उने जाए बतालाईजे रे
हेली म्हारी निर्भय रहीजे रे।।


सत बाण पर अ अ
सत बाण पर सत बाण पर
बैठ सुहागण
सीधी आईजे ए ए
हेली म्हारी निर्भय रहीजे रे।।


हरी चरणों में शीश झुकाईजे
हरी चरणों में हो ओ
हरी चरणों में शीश झुकाईजे
गुरु वचनों में रहीजे ए
हेली म्हारी निर्भय रहीजे रे।।


कहेत कबीर सुणों भाई साधू
शीतल होइजे ए ए
हेली म्हारी निर्भय रहीजे रे।।


हेली म्हारी निर्भय रहीजे रे
दुनियादारी औगणकारी जाने
भेद मत दईजे रे
हेली म्हारी निर्भय रहीजे रे।।




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heli mhari nirbhay rahije re lyrics