हस्ती ही ऐसी होती हर श्याम दीवाने की भजन लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन










हर वक़्त वजह ना पूछो
मेरे मुस्काने की
हस्ती ही ऐसी होती
हर श्याम दीवाने की।।
तर्ज सावन का महीना।


मुस्कान प्यारी मैंने
सांवरे से पाई
यही तो है श्याम नाम
की साँची कमाई
कीमत तुम क्या जानो
अनमोल ख़ज़ाने की
हस्ती हि ऐसी होती
हर श्याम दीवाने की।।


पतझड़ सा जीवन अब तो
हरा और भरा है
रवि की तरह लाखों का
जीवन तरा है
चढ़ी खुमारी इसको
अब श्याम तराने की
हस्ती हि ऐसी होती
हर श्याम दीवाने की।।









श्याम सहारा भक्तों का प्यारा
लीले की सवारियां
दीनो का ये दास कन्हैया
करता रखवारियाँ
खाटू बुलाता प्यार लुटाता
भक्तों पे करता मेहरबानियां
दीनो की ये करता रखवारियाँ।।


देखो तो जाके एक बार
खाटू का मौसम
कसम से कहोगे
जीवन हो गया रोशन
नहीं ज़रूरत मुझको
ज़्यादा फरमाने की
करो तैयारी तुम भी
संग में खाटू जाने की।।


हर वक़्त वजह ना पूछो
मेरे मुस्काने की
हस्ती ही ऐसी होती
हर श्याम दीवाने की।।












hasti hi aisi hoti har shyam diwane ki lyrics