हर किसी को नहीं मिलता दरबार सांवरे का लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन










हर किसी को नहीं मिलता
दरबार सांवरे का
खुशनसीब है वो जिनको है मिला
ये प्यार माधवे का
हर किसी को नही मिलता
दरबार सांवरे का।।



तर्ज हर किसी को नही मिलता।


रस्ता तूने दिखलाया श्याम
अब मंजिल तू ही दिला देना
अपनी शक्ति और भक्ति दे
मेरे श्याम हमें अपना लेना
मेरे श्याम हमें अपना लेना
हर किसी को नही मिलता
दरबार सांवरे का।।


इंसान है हम भगवन तो नहीं
अच्छे कर्म कहाँ से ले आए
परदा ऐसा कर दो श्याम
बुरे कर्म सारे ढक जाएं
बुरे कर्म सारे ढक जाएं
हर किसी को नही मिलता
दरबार सांवरे का।।


हाथों को जो थामा है श्याम
उसे कभी ना देना तू छोड़
जीते जी जो है प्यार मिला
सुरेश से ना लेना तू मोड़
सुरेश से ना लेना तू मोड़


हर किसी को नही मिलता
दरबार सांवरे का।।









हर किसी को नहीं मिलता
दरबार सांवरे का
खुशनसीब है वो जिनको है मिला
ये प्यार माधवे का
हर किसी को नही मिलता
दरबार सांवरे का।।














har kisi ko nahi milta darbar sanware ka lyrics