हमें धन की दौलत की चाह नहीं हम शिव के चेले है लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन










हमें धन की दौलत की चाह नहीं
हम शिव के चेले है
हम शिव के चेले है
अपने मालिक भोले है
हमें दुनिया की परवाह नहीं
हम शिव के चेले है।।


भस्म रमाए तन पर
शिवशम्भु तो वन वन घूमे
औघड़ रूप सजाकर अपनी
मस्ती में वो झूमे
लगा दे आसन जहाँ
वहां लग जाते मेले है
हमे धन की दौलत की चाह नही
हम शिव के चेले है।।


महादेव के नाम की हमको
ऐसी लगन लगी है
हर हर नमः शिवाय की मन में
अब तो अलख जगी है
शिव रहते मेरे साथ यही
हम नहीं अकेले है
हमे धन की दौलत की चाह नही
हम शिव के चेले है।।


स्वर्ग नहीं बैकुंठ नहीं
ना मोक्ष की हमको आशा
उर्मिल तो बस शिव शम्भू के
दर्शन का है प्यासा
शिव के सिवा कोई राह नहीं
यहाँ बड़े झमेले है


हमे धन की दौलत की चाह नही
हम शिव के चेले है।।









हमें धन की दौलत की चाह नहीं
हम शिव के चेले है
हम शिव के चेले है
अपने मालिक भोले है
हमें दुनिया की परवाह नहीं
हम शिव के चेले है।।
स्वर सौरभ मधुकर जी।










hame dhan daulat ki chah nahi hum shiv ke chele hai lyrics