हारे को जिताया गिरते को उठाया भजन लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन
हारे को जिताया
गिरते को उठाया
मेरी लाज बचाता है
मेरा बाबा खाटू वाला है
भक्तों का रखवाला है।।
तर्ज रातों को जगाया।
तेरे दर पे देखा ये नजारा
हँसता रोता कहता तू हमारा
एक बार जिसने तुझको निहारा
अपने आप ही आया वो दोबारा
ऐसा रिश्ता बनाया
जो किसी ने ना निभाया
करके तूने दिखाया है
मेरा बाबा खाटू वाला है
भक्तों का रखवाला है।।
धीरे धीरे नाव चल रही है
आंधी और तूफां से वो भिड़ी है
ये तो बस तेरी ही कृपा है
मेरी जो हर बात बन रही है
माझी बनके आया
मेरी नाव चलाया
साहिल भी दिलाया है
मेरा बाबा खाटू वाला है
भक्तों का रखवाला है।।
हारे को जिताया
गिरते को उठाया
मेरी लाज बचाता है
मेरा बाबा खाटू वाला है
भक्तों का रखवाला है।।
haare ko jitaya girte ko uthaya lyrics