हारे हुओ की मंजिल है खाटू का धाम रे भजन लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन










हारे हुओ की मंजिल है
खाटू का धाम रे।
जाते हैं जो खाटू धाम
बण जाते काम रे
हारें हुओ की मंजिल है
खाटू का धाम रे।।


जो भी खाटू जावे से
प्यार बाबा का पावे से
खाटू में बैठा बाबा
भक्ता ने माल लूटावै से
सच्चे मन से जाते
बण जाते काम रे
हारें हुओ की मंजिल है
खाटू का धाम रे।।


दानी के दरबार में
भीड़ कसूती होरी से
सीए की तरह काम करें
ऐसी चर्चा होरी से
हार कर जाते जो भी
पकड़े हाथ रे
हारें हुओ की मंजिल है
खाटू का धाम रे।।









श्याम भक्तों की नैया
खाटू वालों चलावे से
जब भी नैया डूबे
बिन पतवार चलावे से
नैया का माझी
बण जाता श्याम रे
हारें हुओ की मंजिल है
खाटू का धाम रे।।


जब जब बाबा मैं हारा
तू ही सहारा बण जा से
टिंकू की नैया का बाबा
तू ही किनारा बण जा से
जिंदगी के दुखों से
तू बाहर निकाल रे
हारें हुओ की मंजिल है
खाटू का धाम रे।।


जाते हैं जो खाटू धाम
बण जाते काम रे
हारे हुओ की मंजिल है
खाटू का धाम रे।।



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haare huo ki manjil hai khatu dham re lyrics