गुरु ऋषभ की याद में आंखों से ये बरसे धारा लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन
बरसे धारा बरसे धारा बरसे धारा
गुरु ऋषभ की याद में
आंखों से ये बरसे धारा।।
तर्ज चल अकेला चल अकेला।
विरह की वेदना अब गुरुवर
हमको है सताये
आआआ
कहो दिल की ये पीड़ा
हम जाकर किसको सुनाये
आआआ
हर भक्त पे मानो डाल दिया है
आज गमो ने डेरा
बरसे धारा बरसे धारा बरसे धारा
गुरु ऋषभ की याद मे
आंखों से ये बरसे धारा।।
लूटाकर प्यार भक्तो पर
कहा तुम चले गये
आआआ
खुशियों के बादल देखो
गमो में ढल गये
आआआ
सुख का सूरज डूबा
छाया दुखो का ये अंधियारा
बरसे धारा बरसे धारा बरसे धारा
गुरु ऋषभ की याद मे
आंखों से ये बरसे धारा।।
पीयूष ये साथ है जन्मों का
अब हम कैसे तोडले
आआआ
जिनचन्द्र प्रीत है तुमसे
कैसे मुख ये मोडले
आआआ
गुरु ऋषभ पुकारे दिलबर
हर भक्त ये आज तुम्हारा
बरसे धारा बरसे धारा बरसे धारा
गुरु ऋषभ की याद मे
आंखों से ये बरसे धारा।।
बरसे धारा बरसे धारा बरसे धारा
गुरु ऋषभ की याद में
आंखों से ये बरसे धारा।।
सिंगर दिलीप बाफना मुम्बई।
रचनाकार दिलीप सिंह सिसोदिया दिलबर।
नागदा जक्शन मप्र 9907023365
guru rishabh ki aankho se ye barse dhara lyrics