गोविन्द सहारा दो गोपाल सहारा दो लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन










गोविन्द सहारा दो
गोपाल सहारा दो
जग भवर में मन भटके
इस मन को किनारा दो
गोविंद सहारा दो
गोपाल सहारा दो।।


तूफान में माया के
कहीं हम ना बह जाएं
कहीं दाग गुनाहों के
इस मन पे ना रह जाए
हर पाप जो धो दे
वो अमृत धारा दो
गोविंद सहारा दो
गोपाल सहारा दो।।


अर्जुन को दिया था जो
वो ज्ञान हमें दे दो
तुम भक्त सुदामा सी
पहचान हमें दे दो
मीरा को मिला था जो
हमें वो एकतारा दो
गोविंद सहारा दो
गोपाल सहारा दो।।


करुणा रस बरसाओ
प्रभु प्रेम के झरनो से
मन जुड़ा रहे माधव
इन पारस चरणों से
जन्मो के लिए ऐसा
लिख भाग्य हमारा दो


गोविंद सहारा दो
गोपाल सहारा दो।।









गोविन्द सहारा दो
गोपाल सहारा दो
जग भवर में मन भटके
इस मन को किनारा दो
गोविंद सहारा दो
गोपाल सहारा दो।।














govind sahara do gopal sahara do lyrics