गैया माता तुम्हे पुकारे कहाँ छुपे हो श्याम लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन










गैया माता तुम्हे पुकारे
कहाँ छुपे हो श्याम
कष्ट पड़ा है हम पर भारी
आ जाओ घनश्याम
सांवरे आन बचा लो
अपनी गैया को सम्भालो।।
देखे इस पापी युग में कोई नहीं।


कैसी बिमारी आई
तड़प रही है
दर्द सहन ना होता
बिलख रही है
इस पीड़ा से हमें बचाओ
हम निर्बल लाचार
बोल नहीं पाते हम लेकिन
देखो अश्रु धार
सांवरे हमें बचा लो
अपनी गैया को सम्भालो।।


तड़प तड़प कर ये तो
मरी जा रही है
बिमारी के चलते निकाली
घर से जा रही है
जाए कहाँ हम इतना बता दो
मतलब का संसार
तेरे होते कान्हा हमको
दर्द क्यों होता हजार
सांवरे हमें बचा लो
अपनी गैया को सम्भालो।।









कहाँ गए नाथ हमारे
क्यों बिसराये
तुम बिन हमारा दर्द
जान ना पाएं
गव्वो के रखवाले आजा
ले ग्वालों को साथ
थोड़ी मेहर किरपा की कर दो
रख दो सिर पर हाथ


उषा ये तुमको बताएं
गव्वो का दर्द सुनाएं।।


गैया माता तुम्हे पुकारे
कहाँ छुपे हो श्याम
कष्ट पड़ा है हम पर भारी
आ जाओ घनश्याम
सांवरे आन बचा लो
अपनी गैया को सम्भालो।।












gaiya mata tumhe pukare lyrics