एक कोरे कागज पे तूने कलम चलाई है भजन लिरिक्स - गुरु पूर्णिमा भजन लिरिक्स
एक कोरे कागज पे
तूने कलम चलाई है
सत पथ की राह गुरु
तूने दिखलाई है
एक कोरे कागज़ पे
तूने कलम चलाई है।।
तर्ज गुरुदेव दया करके।
माता ने जन्म दिया
गुरुवर को सौंप दिया
अज्ञान अंधेरों का
क्षण भर में लोप किया
सत्कर्म सरल भाषा
तूने सिखलाई है
एक कोरे कागज़ पे
तूने कलम चलाई है।।
तू ज्ञान का सागर है
गुणगान करे तेरा
सद्गुण की गागर है
सम्मान करें तेरा
प्रभुवर से मिलने की
युक्ति बतलाई है
एक कोरे कागज़ पे
तूने कलम चलाई है।।
सद्गुरु मिल जाने से
जीवन खिल जाता है
भव पार उतरने का
रास्ता मिल जाता है
ऐ हर्ष गुरु तुमसे
मुक्ति मिल पाई है
एक कोरे कागज़ पे
तूने कलम चलाई है।।
एक कोरे कागज पे
तूने कलम चलाई है
सत पथ की राह गुरु
तूने दिखलाई है
एक कोरे कागज़ पे
तूने कलम चलाई है।।
ek kore kagaj pe tune kalam chalai hai lyrics