एक बार आजा दादी तुझको निहार ल्यूं लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन










एक बार आजा दादी
तुझको निहार ल्यूं
मनड़े में दादी थारी
मूरत उतार ल्यूं
एक बार आजा रे।।
तर्ज छुप गया कोई रे।


अब तो बता दे कांई
दोष है मेरो
सामने खड्यो है दादी
अपराधी तेरो
चरणा ने आगे कर दे
आंसू से पखार ल्यूं
मनड़े में दादी थारी
मूरत उतार ल्यूं
एक बार आजा रे।।


बतियाँ बणावे म्हारी
दुनिया दीवानी
कालजे री पीड़ा म्हारी
कोई ना पिछाणी
मन को गुबार दादी
कहे तो उतार ल्यूं
मनड़े में दादी थारी
मूरत उतार ल्यूं
एक बार आजा रे।।









अनजान रस्तो
छायो अँधियारो
थारे बिना दादी म्हारो
कोई ना सहारो
ज्योति को उजालो दे दे
राह निहार ल्यूं
मनड़े में दादी थारी
मूरत उतार ल्यूं
एक बार आजा रे।।


मगन तिहारो दादी
काई तो विचारो
निर्मोही दादी म्हारी
ओर तो निहारो
चरणा की धूल दे दे
मैं पलका से बुहार ल्यूं


मनड़े में दादी थारी
मूरत उतार ल्यूं
एक बार आजा रे।।


एक बार आजा दादी
तुझको निहार ल्यूं
मनड़े में दादी थारी
मूरत उतार ल्यूं
एक बार आजा रे।।












ek bar aaja dadi tujhko nihar lu lyrics