दो दिन की जिंदगानी रे प्राणी काहे करे तू गुमान रे लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन
दो दिन की जिंदगानी रे प्राणी काहे
करे तू गुमान रे
करे तू गुमान रे अरे इंसान रे
जीवन बहता पानी रे प्राणी काहे
करे तू गुमान रे।।
देखे थोड़ी सी जिन्दगानी खातिर।
धन और दौलत बड़ा ही कमाया
इस माया ने हरि को भुलाया
माया तो आनी है जानी रे प्राणी काहे
करे तू गुमान रे
जीवन बहता पानी रे प्राणी काहे
करे तू गुमान रे।।
काया पे काहे मान करे है
इस पे तू काहे अभिमान करे है
रहता ना रूप जवानी रे प्राणी काहे
करे तू गुमान रे
जीवन बहता पानी रे प्राणी काहे
करे तू गुमान रे।।
मोह माया से प्रीत हटा ले
हरि नाम से प्रीत लगा ले
छोड़ दे यह मनमानी रे प्राणी काहे
करे तू गुमान रे
जीवन बहता पानी रे प्राणी काहे
करे तू गुमान रे।।
दो दिन की जिंदगानी रे प्राणी काहे
करे तू गुमान रे
करे तू गुमान रे अरे इंसान रे
जीवन बहता पानी रे प्राणी काहे
करे तू गुमान रे।।
do din ki zindgani re prani kahe kare tu guman re lyrics