धरती सुनहरी अंबर नीला देशभक्ति गीत लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन










धरती सुनहरी अंबर नीला
हर मौसम रंगीला
ऐसा देस है मेरा
हाँ ऐसा देस है मेरा
बोले पपीहा कोयल गाये
सावन घिर घिर आये
ऐसा देस है मेरा
हो ऐसा देस है मेरा।।


गेंहू के खेतों में
कंघी जो करे हवाएं
रंग बिरंगी कितनी
चुनरियाँ उड़उड़ जाएं
पनघट पर पनिहारन
जब गगरी भरने आये
मधुर मधुर तानों में
कहीं बंसी कोई बजाए
तो सुन लो
क़दमक़दम पे है मिल जानी हो ओ
क़दमक़दम पे है मिल जानी
कोई प्रेम कहानी
ऐसा देस है मेरा
हो ऐसा देस है मेरा।।


बाप के कंधे चढ़ के
जहाँ बच्चे देखे मेले
मेलों में नट के तमाशे
कुल्फ़ी के चाट के ठेले
कहीं मिलती मीठी गोली
कहीं चूरन की है पुड़िया
भोलेभोले बच्चे हैं
जैसे गुड्डे और गुड़िया
इनको रोज़ सुनाये दादी नानी
इनको रोज़ सुनाये दादी नानी हो ओ
इक परियों की कहानी
ऐसा देस है मेरा
हाँ ऐसा देस है मेरा।।


मेरे देस में मेहमानों को
भगवान कहा जाता है
वो यहीं का हो जाता है
जो कहीं से भी आता है
तेरे देस को मैंने देखा
तेरे देस को मैंने जाना
जाने क्यूँ ये लगता है
मुझको जाना पहचाना
यहाँ भी वही शाम है वही सवेरा हो ओ
यहाँ भी वही शाम है वही सवेरा
ऐसा ही देस है मेरा
जैसा देस है तेरा
हाँ ऐसा देस है मेरा
हो ऐसा देस है मेरा।।









धरती सुनहरी अंबर नीला
हर मौसम रंगीला
ऐसा देस है मेरा
हाँ ऐसा देस है मेरा
बोले पपीहा कोयल गाये
सावन घिर घिर आये
ऐसा देस है मेरा
हो ऐसा देस है मेरा।।










dharti sunahari ambar nila lyrics in hindi